मैं रहूँ या न रहूँ, मेरे दुनियाँ से जाने के बाद हमेशा रहेंगी मेरी कविताएँ। मैं रहूँ या न रहूँ, मेरे दुनियाँ से जाने के बाद हमेशा रहेंगी मेरी कविताएँ।
मेरे एहसास उनकी उम्मीदें इसीलिए तो मेरे अपने हैं इनसे ही तो मेरे सपने हैं इसीलिए तो मेरे एहसास उनकी उम्मीदें इसीलिए तो मेरे अपने हैं इनसे ही तो मेरे सपने हैं ...
दुश्मनों को, ना आने देंगे, इस धरती पे दोबारा, हम कर देंगे अर्पण....... दुश्मनों को, ना आने देंगे, इस धरती पे दोबारा, हम कर देंगे अर्पण.......
प्रेयसी न सही तुम्हारी पुजारन थी ऐसा ही जग को जताना चाहती हूँ। प्रेयसी न सही तुम्हारी पुजारन थी ऐसा ही जग को जताना चाहती हूँ।
घर को गम के लहरों से बचाने वाला पिता, पिता होता है. घर को गम के लहरों से बचाने वाला पिता, पिता होता है.